Lyrics
अभिजीत दास के खेल का जलवा है निराला,
मैदान में उनका जोश है उच्चतम, बिल्कुल नहीं है कोई हाला।
गेंद को वे संभालें जैसे कोई कलाकार,
उनके फुटवर्क से लगता है जैसे चल रहा हो कोई संगीतकार।
ड्रिबलिंग में माहिर, पासिंग में जादूगर,
अभिजीत की चाल में है कुछ ऐसा असर।
विपक्षी टीम के खिलाड़ी भी देखें मुड़-मुड़कर,
उनके खेल की चमक से हो जाएं सब अंधेरे दूर।
गोलपोस्ट की ओर जब वे बढ़ते हैं कदम,
तो दर्शकों की धड़कनें बढ़ जाती हैं हरदम।
उनके गोल का इंतज़ार सबको रहता है,
अभिजीत के खेल में ही सबका दिल बहता है।
जब वे मैदान में उतरते हैं, लगता है त्योहार है,
उनके हर एक मूव में दिखता एक नया इकरार है।
अभिजीत दास, तुम हो फुटबॉल के असली सितारे,
तुम्हारे खेल से ही तो चमकते हैं ये सारे नज़ारे।
आगे बढ़ो, अभिजीत, तुम्हारी राह में न हो कोई रोक,
तुम्हारे जज्बे को सलाम, तुम्हारे हौसले को लोक।
फुटबॉल की दुनिया में तुम्हारा नाम हो रोशन,
तुम्हारे खेल की गाथा गाए जाए हर जुबान।
अभिजीत दास के खेल का जलवा है निराला,
मैदान में उनका जोश है उच्चतम, बिल्कुल नहीं है कोई हाला।
गेंद को वे संभालें जैसे कोई कलाकार,
उनके फुटवर्क से लगता है जैसे चल रहा हो कोई संगीतकार।
ड्रिबलिंग में माहिर, पासिंग में जादूगर,
अभिजीत की चाल में है कुछ ऐसा असर।
विपक्षी टीम के खिलाड़ी भी देखें मुड़-मुड़कर,
उनके खेल की चमक से हो जाएं सब अंधेरे दूर।
गोलपोस्ट की ओर जब वे बढ़ते हैं कदम,
तो दर्शकों की धड़कनें बढ़ जाती हैं हरदम।
उनके गोल का इंतज़ार सबको रहता है,
अभिजीत के खेल में ही सबका दिल बहता है।
जब वे मैदान में उतरते हैं, लगता है त्योहार है,
उनके हर एक मूव में दिखता एक नया इकरार है।
अभिजीत दास, तुम हो फुटबॉल के असली सितारे,
तुम्हारे खेल से ही तो चमकते हैं ये सारे नज़ारे।
आगे बढ़ो, अभिजीत, तुम्हारी राह में न हो कोई रोक,
तुम्हारे जज्बे को सलाम, तुम्हारे हौसले को लोक।
फुटबॉल की दुनिया में तुम्हारा नाम हो रोशन,
तुम्हारे खेल की गाथा गाए जाए हर जुबान।