Lyrics
[Instrumental intro]
[Verse 1] अंधेरी रात में छुपा है डर, हर कोने में बसी है दहशत
सन्नाटे में सुनाई देती चीखें, हर साया जैसे हो शैतान
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] छुपे हुए हैं भूत-प्रेत यहाँ, दिल थाम कर चलो इस राह पर
हर कदम पर है मौत का साया, इस दुनिया में सब कुछ है फरेब
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [Verse 2] रक्त की नदियाँ बहतीं हैं यहाँ, हर दीवार पर लहू के छींटे
साँसों में बसी है डर की बदबू, हर गली में मौत का बसेरा
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] भयानक अंधेरा है चारों ओर, हर साया लगता है भूतिया
गूँजती है चीखें हवा में, दिल थाम लो, क्योंकि डर है पास
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [Instrumental solo] [Bridge] रात की स्याही में छुपा है साया, हर कदम पर है डर का वास
डरावनी है ये दुनिया, हर ओर बस हाहाकार
[Instrumental solo] [Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [end] [Instrumental intro] [Verse 3] काली रात की परछाइयाँ, सन्नाटे में दबी हैं आवाज़ें
मौत का है ये खेल यहाँ, हर साया जैसे हो शैतान
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] भयानक हैं ये रास्ते, हर मोड़ पर मौत का साया
डर से भरी है ये दुनिया, हर कदम पर भूत-प्रेत का वास
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo]
[Verse 4] मौत की आहट सुनाई देती, हर दरवाजे पर है सन्नाटा
डर का साया है यहाँ, हर साया जैसे हो शैतान
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] अंधेरे में छुपी है मौत, हर कोने में भूत-प्रेत का बसेरा
दिल थाम कर चलो यहाँ, क्योंकि हर कदम पर है डर
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [Instrumental solo] [Bridge] मौत का है ये खेल, हर ओर बस हाहाकार
डर की परछाइयाँ हैं यहाँ, हर कदम पर है सन्नाटा
[Instrumental solo]
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [Verse 5] हर दरख़्त की परछाई में, छुपा है डर का एक चेहरा
रात की खामोशी में, गूँजती हैं सिसकियाँ यहाँ
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] मौत का खेल जारी है, हर साँस में है डर का वास
हर कदम पर है मौत का साया, इस दुनिया में हर पल का फरेब
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [Verse 6] तारे भी छुपे हैं बादलों में, अंधेरे का फैला है जाल
डर का साया है चारों ओर, हर साया जैसे हो शैतान
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] चीखें गूँजती हैं हवा में, हर कोने में सन्नाटा है
दिल थाम कर चलो इस राह पर, क्योंकि हर कदम पर है डर का वास
[Chorus] डर का है ये खेल, नहीं बच पाएगा कोई भी
दिखाई देतीं हैं हड्डियाँ, सुनाई देतीं हैं आवाज़ें
[Instrumental solo] [Verse 7] हर कदम पर एक रहस्य, हर कोने में छुपा है भूत
रात की स्याही में बसी है मौत, डर का खेल है निरंतर
[Instrumental solo] [Pre-Chorus] हर परछाई में छुपा है खौफ, हर मोड़ पर है मौत का सामना
डर से भरी है ये दुनिया, हर कदम पर भूत-प्रेत का वास
[Chorus]
[end]