Lyrics
रात के सन्नाटे में, परछाइयाँ रेंगती हुई,
अतीत की फुसफुसाहट, मैं कहाँ से शुरू करूँ?
एक समय ज्ञात जीवन की गूँज में खो गया,
आँसू बारिश की तरह गिरते हैं, मैं यहाँ अकेला खड़ा हूँ।
ओह, मौत, तुम एक क्रूर और कड़वी दोस्त हो,
अपनों को दूर ले जाना, दिलों को सुधारने के लिए छोड़ देना।
लेकिन दुःख की गहराइयों में, रोशनी की एक टिमटिमाहट,
इस अंतहीन रात से परे, कल का वादा।
यादें टुकड़ों की तरह, हवा में बिखरी हुई,
हर एक उस प्यार की याद दिलाता है जो हमने बसाया है।
दुःख इन थकी हुई हड्डियों पर भारी पड़ता है,
फिर भी सन्नाटे में, एक धुन अभी भी गूँजती है।
ओह, मौत, तुम्हारा डंक गहरा और ठंडा है,
लेकिन शोक में नये अध्याय खुलते हैं।
आंसुओं और दर्द के माध्यम से, हम अपना रास्ता खोजते हैं,
मुक्ति की सुबह की ओर, जहां आशा का बोलबाला है।
निराशा की राख में, एक फ़ीनिक्स ऊँचा उठता है,
अँधेरे की गहराइयों से हम आकाश तक पहुँचते हैं।
क्योंकि मृत्यु अन्त नहीं, परन्तु एक अदृश्य द्वार है,
संभावनाओं के एक दायरे में, जहां सपने आते हैं।
ओह, मौत, यद्यपि आप अपने टोल का दावा करते हैं,
दुःख की गहराइयों में हम अपनी आत्मा को खोजते हैं।
परदे से परे, एक नई यात्रा शुरू होती है,
जहां प्रेम सर्वोपरि होता है, और उपचार प्रदान करता है।
तो आँसुओं को गिरने दो, दुःख को बहने दो,
क्योंकि दर्द के बीच में, नया जीवन विकसित होगा।
समय की कशीदाकारी
रात के सन्नाटे में, परछाइयाँ रेंगती हुई,
अतीत की फुसफुसाहट, मैं कहाँ से शुरू करूँ?
एक समय ज्ञात जीवन की गूँज में खो गया,
आँसू बारिश की तरह गिरते हैं, मैं यहाँ अकेला खड़ा हूँ।
ओह, मौत, तुम एक क्रूर और कड़वी दोस्त हो,
अपनों को दूर ले जाना, दिलों को सुधारने के लिए छोड़ देना।
लेकिन दुःख की गहराइयों में, रोशनी की एक टिमटिमाहट,
इस अंतहीन रात से परे, कल का वादा।
यादें टुकड़ों की तरह, हवा में बिखरी हुई,
हर एक उस प्यार की याद दिलाता है जो हमने बसाया है।
दुःख इन थकी हुई हड्डियों पर भारी पड़ता है,
फिर भी सन्नाटे में, एक धुन अभी भी गूँजती है।
ओह, मौत, तुम्हारा डंक गहरा और ठंडा है,
लेकिन शोक में नये अध्याय खुलते हैं।
आंसुओं और दर्द के माध्यम से, हम अपना रास्ता खोजते हैं,
मुक्ति की सुबह की ओर, जहां आशा का बोलबाला है।
निराशा की राख में, एक फ़ीनिक्स ऊँचा उठता है,
अँधेरे की गहराइयों से हम आकाश तक पहुँचते हैं।
क्योंकि मृत्यु अन्त नहीं, परन्तु एक अदृश्य द्वार है,
संभावनाओं के एक दायरे में, जहां सपने आते हैं।
ओह, मौत, यद्यपि आप अपने टोल का दावा करते हैं,
दुःख की गहराइयों में हम अपनी आत्मा को खोजते हैं।
परदे से परे, एक नई यात्रा शुरू होती है,
जहां प्रेम सर्वोपरि होता है, और उपचार प्रदान करता है।
तो आँसुओं को गिरने दो, दुःख को बहने दो,
क्योंकि दर्द के बीच में, नया जीवन विकसित होगा।
समय की कशीदाकारी
रात के सन्नाटे में, परछाइयाँ रेंगती हुई,
अतीत की फुसफुसाहट, मैं कहाँ से शुरू करूँ?
एक समय ज्ञात जीवन की गूँज में खो गया,
आँसू बारिश की तरह गिरते हैं, मैं यहाँ अकेला खड़ा हूँ।
ओह, मौत, तुम एक क्रूर और कड़वी दोस्त हो,
अपनों को दूर ले जाना, दिलों को सुधारने के लिए छोड़ देना।
लेकिन दुःख की गहराइयों में, रोशनी की एक टिमटिमाहट,
इस अंतहीन रात से परे, कल का वादा।
यादें टुकड़ों की तरह, हवा में बिखरी हुई,
हर एक उस प्यार की याद दिलाता है जो हमने बसाया है।
दुःख इन थकी हुई हड्डियों पर भारी पड़ता है,
फिर भी सन्नाटे में, एक धुन अभी भी गूँजती है।
ओह, मौत, तुम्हारा डंक गहरा और ठंडा है,
लेकिन शोक में नये अध्याय खुलते हैं।
आंसुओं और दर्द के माध्यम से, हम अपना रास्ता खोजते हैं,
मुक्ति की सुबह की ओर, जहां आशा का बोलबाला है।
निराशा की राख में, एक फ़ीनिक्स ऊँचा उठता है,
अँधेरे की गहराइयों से हम आकाश तक पहुँचते हैं।
क्योंकि मृत्यु अन्त नहीं, परन्तु एक अदृश्य द्वार है,
संभावनाओं के एक दायरे में, जहां सपने आते हैं।
ओह, मौत, यद्यपि आप अपने टोल का दावा करते हैं,
दुःख की गहराइयों में हम अपनी आत्मा को खोजते हैं।
परदे से परे, एक नई यात्रा शुरू होती है,
जहां प्रेम सर्वोपरि होता है, और उपचार प्रदान करता है।
तो आँसुओं को गिरने दो, दुःख को बहने दो,
क्योंकि दर्द के बीच में, नया जीवन विकसित होगा।
समय की कशीदाकारी